Skip to main content

महान कलाकारों के हवाले से

The persistence of Memory by Salvador Dali

1: व्यक्ति अपने दिमाग से पेंट करता है अपने हाथों से नहीं.

--माइकलैंजिलो 


2:  एक महान कलाकार हमेशा अपने समय से आगे या पीछे होता है.
--जॉर्ज एडवर्ड मूर

 

3:तस्वीर एक कविता है
 जिसके शब्द नहीं.
-- होरेस

 

4: एक चित्र हज़ार शब्दों के     बराबर होता है.
 --नेपोलियन बोनापार्ट

 

5:एक मूर्तिकार चीजों को आकार देने में रुचि रखता है, एक कवि शब्दों में और एक संगीतकार ध्वनि में.
--हेनरी मूर 


6: एक कलाकृति एक अद्वितीय स्वभाव का अद्वितीय परिणाम है.
--ऑस्कार वाइल्ड 


7: एक लेखक को अपने आँखों से लिखना चाहिए और एक चित्रकार को अपने कानो से चित्रकारी करनी चाहिए.
--गैरत्रुद स्टेन 


 8:विज्ञापन बीसवीं सदी की केव आर्ट हैं .
--मार्शल मैकलुहान 


9:सभी कलाएं प्रकृति की नक़ल हैं.
-- लुसिअस अन्निअस सेनिसा 


 10:  एक कलाकार को उसकी मेहनत के लिए पैसे नहीं मिलते बल्कि उसकी दूरदृष्टि के लिए मिलते हैं.
--जेम्स विस्लर 


 11: एक कला कार सचमुच कभी अपना काम ख़तम नहीं करता, वो बस उसको छोड़ देता है.
 --पॉल वैलेरी 


12: कला या तो साहित्यिक चोरी है या फिर एक क्रांति.
-- पॉल गौगइन 


13: कला कोई वास्तु नहीं ; यह एक तरीका है.
--ऐल्बर्ट हब्बार्ड 


 14: कला ही बिना घर छोड़े भाग जाने का एकमात्र तरीका है.
 --त्वयला थार्प 


 15: कला कुरूप चीजों को जन्म देती है जो समय के साथ खूबसूरत होती जाती हैं. वहीँ दूसरी तरफ, फैशन खूबसूरत चीजों को जन्म देता है जो समय के साथ कुरूप होती जाती हैं.
-- जीन कोक्टे 


16:ऐसे कलाकार जो हर चीज में पूर्णता चाहते हैं, वो इसे किसी भी चीज में नही पा पाते.
गौसटैव फ्लौबेर्ट 


 17: काम से कलाकार जाना जाता है.
-- जीन डी ला फोंटेन 


18:खुद को गलतियाँ करने देना रचनात्मकता है. ये जानना कि कौन सी गलतियों को रखना है ; कला है.
 --स्कॉट एडम्स 


19:  एक सच्चा कलाकार भी हमेशा कला का निर्माण नहीं करता
--कैरोल ओ’ कौन्कार
 
20: सभी कलाकार पहले नौसिखिया थे.
--रल्प वाल्डो एमर्सन 


 21:हर एक निर्माता अपनी अंतर्दृष्टि और परम अभिव्यक्ति के बीच एक अंतर होने की पीड़ा अनुभव करता है.
-- आइजैक बैशेविस सिंगर 


 22:एक अच्छा चित्रकार हमेशा वो पेंट करता है जो वो है.
-- जैक्सन पोल्लोक 


 23: फाइन आर्ट वो है जिसमे व्यक्ति का हाथ,दिमाग और दिल एक साथ काम करते हैं --जॉन रस्किन 


24: महान कला की शुरुआत वहां होती है जहाँ प्रकृति का अंत होता है.
--मार्क चैगैल

 

25: मैं चीजों को पेंट नहीं करता. मैं बस उनके बीच के अंतर को पेंट करता हूँ.
-- हेनरी मतिस्से

 

 26: मैं रोचक नहीं होना चाहता . मैं अच्छा होना चाहता हूँ .
-- लुड मिस वें डर रोहे

 

 27: मैंने पाया है कि जो चीजें मैं रंगों और आकृतियों के माध्यम से कह सकता हूँ वो और किसी तरह से नहीं कह सकता .
-- जोर्जिया ओ’ केफे

Comments

Popular posts from this blog

Waiting for quinowin

जबसे होश संभाला है मुझे  पिताजी के इतना करीब रहने का मौका कभी नही मिला जितना कि पिछले पांच छः महीने  से मिला है। वैसे भी हमारा रिश्ता साजन फ़िल्म के कादर खान और सलमान भाई वाला बिल्कुल नही है। शेर के सामने बकरी वाला  है। पर  जबसे कोरोना का संकट आया है वो काफी पोजेटिव रहते हैं और मेरे कहानी में दिलचस्पी को देखते हुए प्रोटोकॉल तोड़कर रोज कुछ न कुछ सुनाते रहते हैं । कभी मुहावरा फेंक देते हैं तो कभी इमरजेंसी के  किस्से सुनाने लगते है। बेचारे करे भी तो क्या बंद कमरे में और तो कोई मिल नही  रहा जिससे वो कुछ बतिया सके। मेरे साथ उन्हें भी कैद मिल गई है । दीवाली के बाद किसी कारण से घर गया था वापसी में मम्मी पापा भी आ गए और तब से यहां फंसे हुए हैं ।  रोज शाम को पापा जी पुराने किस्से सुनाते रहते है।    कभी सिमरिया में गंगा पर राजेंद्र पल बनने की कहानी कि जब नेहरू जी पुल का उद्घाटन करने आये थे तब कैसी भगदड़ मची थी और कितने लोग उस भीषण गर्मी में पानी के बिना मर गए थे ।  इतनी भीड़ थी कि पानी ब्लैक में बिक रहा था फिर पुल बनने का दुष्परिणाम-  गंगा की धार मुड़ गई थी और रास्ता छोड़ दिया था , सरकार ने उस बारे मे

घोस्ट राइटर

               शहरों में बारिश  त्योहार की तरह प्रवेश लेता है लोग उसका जश्न मनाते हैं । गर्मी खत्म हो जाती है हल्की हलकी बारिश होती रहती है ऐसे में शराब का लुत्फ मिल जाये तो ज़िन्दगी जन्नत हो जाती है। ऐसे समय मे ही वो यहां आया था । उसका परिवार दूर किसी गांव में रहता था । और उनसे उसका संपर्क लगभग टूट  गया था। वो बहुत कम बार अपने गांव गया था और उसकी स्मृतियां भी कोई खास सुखद नही थी।  पिता प्रॉपर्टी डीलिंग में बेशुमार पैसा कमाते थे। ये अपने पिता से कुछ भी पूछता तो वो पूछते कितने पैसे चाहिए बता दे बाकी सवालों का जवाब देने का मेरे पास वक्त नही है। और दारू या पैसे के नशे में मां की जबरदस्त पिटाई करते थे। उसकी मां बहुत खूबसूरत थी ।वो आठ दस साल का था जब उसके पिता जी मां को पीट रहे थे इसने दारू की बोतल से बाप का सर तोड़ दिया था और सारे पैसे फेंक कर देहरादून चला आया। फिर जब एक बार उसे मां की बहुत याद आई तो वो वापस अल्मोड़ा गया पर अपनी मां से मिल नही पाया शायद पिता की पिटाई से वो चल बसी थी । उसने एकाकी जीवन जिया था ज़िंदा रहने के लिए उसे काफी संघर्ष और जद्दोजहद  से गुजरना पड़ा था ।  उसने

क्वारंटाइन

आप इतनी बुजुर्ग हैं, इसके बाद भी आपने घर से चोरों को कैसे भगाया? दादी ने हंसते हुए कहा- ऐसा हुआ कि मैं नीचे हॉल में सोई थी। चोर खिड़की से घर में घुसे। उन्होंने मुझे लात मारकर उठाया। मैं उठी, लेकिन हड़बड़ाई नहीं। चोरों ने पूछा, माल कहां रखा है? तिजोरी किधर है? घर के बाकी मेंबर कहां सोएं हैं? मैंने बिना देर किए तुरंत कहा, सभी पैसा, जेवर लेकर खेत में बने फॉर्म हाउस में रहने गए हैं बेटा। मैं घर में अकेली हूं।  और हां, जाते समय साबुन से हाथ धोकर जाना। कोरोना होने के कारण मुझे यहां क्वारंटाइन किया गया है।