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Shoot with Mr Amitabh Bachchan

शूटिंग का पहला दिन था महानायक  अमिताभ बच्चन  के साथ काम करने का  ये मेरा दूसरा मौका था, पहली बार आर माधवन की फ़िल्म  में वो अपने खुद के किरदार में आते हैं  मैं बस उनके पीछे भीड़ में खड़ा थापर उनके साथ खड़े रहने का भी अलग मज़ा था  आश्चर्य इस बात का था कि आज उन्होंने देखते ही मुझे पहचान लिया। मैंने भी उनके पांव छू लिए और बोला सर पिछली बार हिम्मत नही हुई थी। उन्होंने मुझे गले से लगा लिया।  वो मेरे पिता बने थे मैंने डॉयरेक्टर Alejandro Gonzalez Inarritu (Birdman,The Revenent जैसी फिल्मों के प्रख्यात हॉलीवुड निर्देशक) जिनका मैं ठीक से नाम लेना भी नही सीख पाया था से हकलाते हुए अंग्रेजी में  पूछा Sir, if the Father is of such a high stature and I am of a very low height, the audience will be able to digest it? डायरेक्टर कुछ बोलता इससे पहले ही बच्चन साब ने मेरा हौसला बढ़ाते हुए कहा - डाइजेस्ट क्यो नही होगा। बच्चा अपनी माँ पर गया है वैसे भी तुम्हारी मां का रोल  जया जी ही कर रही हैं। मेरे आश्चर्य की सीमा नही थी मैंने डायरेक्टर की ओर देखा उन्होंने भी सहमति में सर हिलाया। इतने में आलिया भट्ट भी  सेट पर आ गयी वो बच्चन साब को पहले से जानती थी इसलिए फटाक से बातचीत शुरू कर दी। मैं चुपचाप खड़ा हूँ कि क्या करना है। डायरेक्टर बोल पड़ा  These are actors to you and the scene is quite emotional please practice well. Right now we're going to shoot a part of the scene of all you actors.  बच्चन साब अपने चिर परिचित स्टाइल में  ऊर्जावान दिख रहे थे वो फौरन आलिया को आगे बुलाने लगे
आलिया आगे बढ़ी और मेरी ओर हाथ बढ़ाया।हाथ मिलाते हुए मुझे रणवीर कपूर का खयाल आया  सो मैंने पूछ दिया कि रणवीर भाई कैसा है। उसने अनसुना कर दियाऔर  सीधा अपनी लाइन बोलने लगी फिर  मैं भी सबकुछ भूलकर डबल A और ट्रिपल B का समीकरण बनकर कैमरे के सामने आ गया।  सीन मुझसे शुरू होने वाला था । मैं इसलिए भी हैरान था कि जो डायलॉग मुझे दिए गए हैं याद नही है किसका है पर मुझे क्यो ये पहले से ही याद है ये तो  सुना हुआ डायलॉग है।बहरहाल मुझे तो बोलना थाडायरेक्टर ने ऐक्शन बोला।  में शुरू हो गया

In the 17th Chapter of St Luke it is written: "the Kingdom of God is within man" - not one man nor a group of men, but in all men!
In you!
You, the people have the power - the power to create machines
The power to create happiness!
You, the people, have the power to make this life free and beautiful, to make this life a wonderful adventure
Then - in the name of democracy - let us use that power - let us all unite
Let us fight for a new world - a decent world that will give men a chance to work - that will give youth a future and old age a security
By the promise of these things, brutes have risen to power
But they lie!
They do not fulfil that promise
They never will!
Dictators free themselves but they enslave the people!
Now let us fight to fulfil that promise!
Let us fight to free the world - to do away with national barriers - to do away with greed, with hate and intolerance
Let us fight for a world of reason, a world where science and progress will lead to all men's happiness
Soldiers!
In the name of democracy, let us all unite.
 मैं बोले जा रहा था कि कट कट की आवाज से मेरा ध्यान भंग हो गया ।सामने मेरी मेरी बीवी मुझे सुनाए जा रही थी  दो घंटे से Light  गई हुई है इतनी गर्मी में भी पड़े हुए हो।  आपको तो कुम्भकर्ण बनना चाहिए। मुझे याद आया फ़िल्म का नाम भी तो यही था इसको कैसे मालूम मैंने पूछा क्या तुम एलेजांद्रो गोंजालेज इनाया रिटू से मिली हो ।वो हमेशा की तरह बड़बड़ाती हुई किचन की तरफ चली गयी। मेरे सारे सपने आज फिर टूट गए थे। सामने वही डायलॉग थे मैं बुदबुदाने लगा
You, the people have the power - The power to create happiness!
You, the people, have the power to make this life free and beautiful, to make this life a wonderful adventure

Early morning dream 😊☺️

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