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जॉनी भाई



मुंबई नया- नया आया था और जुहु के यूनिटी कंपाउंड में पेइंग गेस्ट के तौर पर रहता था एक दिन सुबह सुबह शोर सुनकर आंख खुली सब लोग मुझे बिस्तर छोड़ के खड़े हो जाने कह रहे थे  आँख खुली तो देखा  मेरे बिस्तर पर जॉनी लीवर बैठे हुए हैं और मुझे थपथपा रहे हैं मैं नमस्ते करना चाहा कि फिर  एहसास हुआ कि मैं तो बिना कपड़ों के सोया हुआ हूँ इसीलिए दोबारा आँख बंद कर ली चादर  सिर तक  ओढ़ के सो गया  लोग मुझे गाली दे रहे थे बट जॉनी भाई बोल रहे थे नहीं नहीं सोने दे सोने दे  रातभर  काम करके आया है थक गया है बहुत अच्छा लड़का है। और मुझे थपकी देकर सुलाने लगे। मैं खुद को लानत भेजता  चुपचाप लेटा रहा। फिर वो नीचे शूटिंग करने चले गए। तब जाकर मैंने फटाफट दुगुने  कपडे पहने और थोड़े समय बाद जब शॉट ख़त्म हुआ उनसे जाकर मिला और बताया कि मैं  वही हूँ जिसके बिस्तर पर आप अभी आकर बैठे थे। उन्होंने दुबारा शाबासी दी और पूछा हॉटल में काम करते है  बोले नहीं सर  actor हूँ    दिल्ली से आया हूँ  आपके साथ काम मिले न मिले एक पिक्चर ही खिच जाए। उन्होंने तुरंत स्वीकृति दी मेरे photographer   दोस्त M K जो मेरे साथ ही रहता था  ने  ये तस्वीर निकाली । फिर बड़े जल्द ही एक फिल्म  जॉनी भाइ के साथ मिली फिर उनको सब सुनाया की क्यों नहीं उठा था  । एक महीने का ,schedule था बहुत मज़ा आया भोर और पुणे के पास ।   फिल्म थी थकान पर अभी तक रिलीज नहीं हुई है ।

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