Skip to main content

डेथ ऑफ पाय

एक सपने की मौत पर

इरफान खान से अच्छे से  तिग्मांशु धूलिया जी के यहां मिला था उनको एक कहानी सुनानी थी। उनके खास मित्र Rajesh Abhoy ने उनका नंबर दिया था और मेरे बारे में उन्हें बताया था ।इरफान भाई ने वही बुला लिया कि तिशु के आफिस आ रहा हूँ आजा वही सुन लेंगे। उस दुबले पतले आदमी में कुछ ऐसा सम्मोहन था कि मैं गूंगा बन गया। ईश्वर की लाख तपस्या करो पर जब वो सामने आ जाये तो ज़बान बंद पड़ ही जाती है हासिल फ़िल्म मैंने 12 बार देखी थी और तभी से उनकी एक्टिंग का दीवाना हो गया था। मैंने उनके साथ ऐक्टिंग करने की इच्छा जताई थी ।लाइफ ऑफ पाय की चर्चा चली फिर वही इधर उधर की सुनाते रहे। बोले सुनने आया है कि सुनाने। मैंने बड़ी मुश्किल से थोड़ा बहुत सुनाया। कहानी बिहार के ऊपर थी  और उन्हें पसंद आई थी खास तौर पर फ़िल्म का Title उन्हें पसंद आया था Song of the death. उन्होंने दो तीन बार दुहराया  इतने में टिशू सर का अस्सिस्टेंट Hemendra Dandotia 
उन्हें बुलाने आ गया। आफिस के बाहर भीड़ लग गई थी इरफान भाई ने  जल्दी से   अपनी सेक्रेटरी और पर्सनल अस्सिस्टेंट का नंबर देते हुए टच में रहने बोला था।  फिर दुबारा उनके दर्शन नही हो पाए। 2018 में ऐमेज़ॉन की वेब सीरीज गोरमिंट में एक photographer का रोल मिला था मैंने उन्हें फ़ोन पर बताया था कि सर आपके साथ काम मिल गया है। उन्होंने बोला कि हां चंडीगढ़ में शूटिंग होगी वही जम के काम करना है। मैंने उन्हें सुनाने के लिए स्क्रिप्ट भी बैग में डाल लिया था। सुबह 8 बजे की फ्लाइट इंटरनेशनल एयरपोर्ट से थी ।  वहाँ कोई अनाउंसमेंट नही होती है मैं इंतज़ार में बैठा रह गया और फ्लाइट मिस हो गई। मुझे जब इस बात का एहसास हुआ तो परेशान हो गया एयरलाइंस के स्टाफ ने दूसरी टिकट बुक कराने के लिए बोला। फिर मैंने   Samarendra Singh को फोन किया कि ऐसा हो गया है तुम जल्दी से पैसे भेजो । ऐसे मौकों पर संकट मोचन की भूमिका वही निभाता है। पैसे ट्रांसफर होते ही मैंने दूसरी टिकट निकाल ली ।और जैसे ही फ्लाइट में चढ़ा । OML के प्रोडक्शन कंट्रोलर पवन जैम का फ़ोन आ गया कि आप कहाँ हो । मुझे लगा सच्चाई बता देनी चाहिए कहा कि सुबह की फ्लाइट मिस हो गई है अभी 12 बजे की फ्लाइट में चढ़ा हूँ ।उसने कहा अब आने की कोई जरूरत नही है आप लौट जाओ  मैंने पूछा क्यो उसने बताया कि Irrfan sir की तबियत खराब हो गई है । जो लोग जहां है वही से उनको लौटा रहा हूँ। अब शूटिंग नही होगी।  मुझे लगा शायद मुझे फ्लाइट मिस होने की वजह से अब नखरे कर रहा है। काश ऐसा ही होता । उसने मुझे बड़ी मुश्किल से चंडीगढ़ आने से रोका। फिर इरफान भाई लंदन चले गए और अपने आप को सबसे दूर कर लिया । आज जब वो मुम्बई के अस्पताल में नही रहे।
विडंबना देखिए उनके अंतिम दर्शन करने भी नही जा सकते । स्टार तो स्टार ही होता है अपने फैंस को मरने  पर भी दर्शन नही देने वाला अलग ही स्टार होता है। अलविदा    इरफान । आप जैसा और कोई नही हुआ  और न होगा। आप नही है ये यकीन करने में समय लगेगा।

श्रद्धान्जलि 🙏🙏🙏


Comments

Popular posts from this blog

Waiting for quinowin

जबसे होश संभाला है मुझे  पिताजी के इतना करीब रहने का मौका कभी नही मिला जितना कि पिछले पांच छः महीने  से मिला है। वैसे भी हमारा रिश्ता साजन फ़िल्म के कादर खान और सलमान भाई वाला बिल्कुल नही है। शेर के सामने बकरी वाला  है। पर  जबसे कोरोना का संकट आया है वो काफी पोजेटिव रहते हैं और मेरे कहानी में दिलचस्पी को देखते हुए प्रोटोकॉल तोड़कर रोज कुछ न कुछ सुनाते रहते हैं । कभी मुहावरा फेंक देते हैं तो कभी इमरजेंसी के  किस्से सुनाने लगते है। बेचारे करे भी तो क्या बंद कमरे में और तो कोई मिल नही  रहा जिससे वो कुछ बतिया सके। मेरे साथ उन्हें भी कैद मिल गई है । दीवाली के बाद किसी कारण से घर गया था वापसी में मम्मी पापा भी आ गए और तब से यहां फंसे हुए हैं ।  रोज शाम को पापा जी पुराने किस्से सुनाते रहते है।    कभी सिमरिया में गंगा पर राजेंद्र पल बनने की कहानी कि जब नेहरू जी पुल का उद्घाटन करने आये थे तब कैसी भगदड़ मची थी और कितने लोग उस भीषण गर्मी में पानी के बिना मर गए थे ।  इतनी भीड़ थी कि पानी ब्लैक में बिक रहा था फिर पुल बनने का दुष्परिणाम-  गंगा की धार मुड़ गई थी और रास्ता छोड़ दिया था , सरकार ने उस बारे मे

घोस्ट राइटर

               शहरों में बारिश  त्योहार की तरह प्रवेश लेता है लोग उसका जश्न मनाते हैं । गर्मी खत्म हो जाती है हल्की हलकी बारिश होती रहती है ऐसे में शराब का लुत्फ मिल जाये तो ज़िन्दगी जन्नत हो जाती है। ऐसे समय मे ही वो यहां आया था । उसका परिवार दूर किसी गांव में रहता था । और उनसे उसका संपर्क लगभग टूट  गया था। वो बहुत कम बार अपने गांव गया था और उसकी स्मृतियां भी कोई खास सुखद नही थी।  पिता प्रॉपर्टी डीलिंग में बेशुमार पैसा कमाते थे। ये अपने पिता से कुछ भी पूछता तो वो पूछते कितने पैसे चाहिए बता दे बाकी सवालों का जवाब देने का मेरे पास वक्त नही है। और दारू या पैसे के नशे में मां की जबरदस्त पिटाई करते थे। उसकी मां बहुत खूबसूरत थी ।वो आठ दस साल का था जब उसके पिता जी मां को पीट रहे थे इसने दारू की बोतल से बाप का सर तोड़ दिया था और सारे पैसे फेंक कर देहरादून चला आया। फिर जब एक बार उसे मां की बहुत याद आई तो वो वापस अल्मोड़ा गया पर अपनी मां से मिल नही पाया शायद पिता की पिटाई से वो चल बसी थी । उसने एकाकी जीवन जिया था ज़िंदा रहने के लिए उसे काफी संघर्ष और जद्दोजहद  से गुजरना पड़ा था ।  उसने

क्वारंटाइन

आप इतनी बुजुर्ग हैं, इसके बाद भी आपने घर से चोरों को कैसे भगाया? दादी ने हंसते हुए कहा- ऐसा हुआ कि मैं नीचे हॉल में सोई थी। चोर खिड़की से घर में घुसे। उन्होंने मुझे लात मारकर उठाया। मैं उठी, लेकिन हड़बड़ाई नहीं। चोरों ने पूछा, माल कहां रखा है? तिजोरी किधर है? घर के बाकी मेंबर कहां सोएं हैं? मैंने बिना देर किए तुरंत कहा, सभी पैसा, जेवर लेकर खेत में बने फॉर्म हाउस में रहने गए हैं बेटा। मैं घर में अकेली हूं।  और हां, जाते समय साबुन से हाथ धोकर जाना। कोरोना होने के कारण मुझे यहां क्वारंटाइन किया गया है।